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Thursday 20 August 2015

Why Dollar is an International Currency : डॉलर ही क्यों चल रहा पूरी दुनिया में

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हम लोगों के मन में अक्सर ये बात आती होगी कि पूरी दुनिया में बहुत सी करेंसी हैं जैसे रूपये, युआन, यूरो, पाउंड होने के बावजूद भी सिर्फ डॉलर को ही विश्व की हर देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय करेंसी माना जाता है... जब कि और करेंसी उससे भी ज्यादा पावरफुल हैं...





1 US Dollar $ – 65.43 Indian Rupees
1 British pound £ – 102.65 Indian rupees
1 Japanese yen ¥ – 0.52 Indian Rupees
1 Chinese Yuan – 10.23 Indian Rupees
1 Euro € - 72.22 Indian Rupees



हमारे GK के सर ने इसे बड़े अच्छे ढंग से बताया कि इस के लिए मुख्य रूप से 3 बातों का असर पड़ता है...
1.       सोना
2.       तेल
3.       हथियार






        
सबसे पहले बात करते हैं सोने कि यानी कि Gold, दुनिया में सबसे ज्यादा सोना अमेरिका में निकाला जाता है... और जब कोई और देश उससे सोना खरीदना चाहता है तो वो सिर्फ अपनी करेंसी डॉलर में ही उसका भुगतान (Payment) चाहता है... अब और देशों को सोना चाहिए तो उसकी बात माननी पड़ती है... इस लिए पूरी दुनिया में डॉलर को ही ज्यादा माना जाता है...

       दूसरी बात करें हथियारों की यानि Arms, दुनिया कि हथियार बनाने वाली जयादातर सबसे बड़ी कंपनी अमेरिका की हैं... और जब और देश हथियार खरीदना चाहेंगे तो फिर उन्हें जरुरत होगी अमेरिकी डॉलर की...







       तीसरी और अंतिम बार तेल की यानी कि Oil, अब तुम लोग हल्ला करोगे कि यार तेल तो इराक, इरान जैसे अरब देशों में मिलता है, तो यहाँ अमेरिका का क्या काम... तो बाबा लोग इस तेल तो जमींन से निकालने वाली कंपनियां भी अमेरिकी हैं... अब उन्हें तो अपना Payment डॉलर में ही चाहिए ना... हाहाहा 

       अब समझ में आया कि International Currency, Dollar को ही क्यूँ माना जाता है...मेरे तो समझ में आ गया है आप लोगो का पता नहीं.... 


-    बाबा बेरोजगार   




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